RD vs FD: जानिए कौन-सी स्कीम आपके लिए बेहतर है?

RD vs FD: हर कोई चाहता है कि उसकी मेहनत की कमाई सुरक्षित रहे और समय के साथ बढ़े भी। भारत में बैंकिंग सेवाओं में दो बहुत ही लोकप्रिय निवेश विकल्प हैं – Recurring Deposit (RD) और Fixed Deposit (FD)। दोनों ही योजनाएं सुरक्षित और स्थिर रिटर्न देने वाली हैं, लेकिन इनकी विशेषताएं, फायदे और उपयोग अलग-अलग हैं। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि RD और FD में क्या फर्क है, किसमें निवेश करना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।

RD vs FD: जानिए कौन-सी स्कीम आपके लिए बेहतर है?

RD क्या है? (Recurring Deposit)

Recurring Deposit (RD) एक ऐसी योजना है जिसमें आप हर महीने एक निश्चित राशि जमा करते हैं और मैच्योरिटी पर आपको ब्याज समेत पूरा पैसा मिलता है। यह योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो एक साथ बड़ी रकम नहीं लगा सकते।

RD की मुख्य विशेषताएं:

  • हर महीने तय राशि जमा करनी होती है
  • ब्याज दर FD के बराबर या थोड़ी कम होती है
  • निवेश अवधि: 6 महीने से 10 साल तक
  • मैच्योरिटी पर पूरी राशि + ब्याज प्राप्त होता है
  • समय से पहले तोड़ने पर पेनल्टी लग सकती है


FD क्या है? (Fixed Deposit)

Fixed Deposit (FD) एक बार में तय राशि को निश्चित समय के लिए बैंक में जमा किया जाता है। इसमें ब्याज दर फिक्स होती है और पैसा तय समय तक लॉक रहता है।

FD की मुख्य विशेषताएं:

  • एकमुश्त निवेश की सुविधा
  • उच्च ब्याज दर (कुछ RD से अधिक)
  • निवेश अवधि: 7 दिन से लेकर 10 साल तक
  • टैक्स सेविंग FD (5 साल लॉक-इन) पर 80C में छूट
  • समय से पहले तोड़ने पर पेनल्टी लग सकती है

आपके लिए कौन सा बेहतर है?

RD आपके लिए बेहतर है अगर:

  • आप हर महीने कुछ न कुछ बचा सकते हैं
  • आपके पास एक साथ बड़ी राशि नहीं है
  • नियमित सेविंग की आदत बनाना चाहते हैं


FD आपके लिए बेहतर है अगर:

  • आपके पास एकमुश्त बड़ा अमाउंट है
  • आप अधिक ब्याज चाहते हैं
  • टैक्स सेविंग का फायदा उठाना चाहते हैं

Also Read 


FAQs – RD vs FD:

Q1. FD और RD में मुख्य अंतर क्या है?

उत्तर: FD में एकमुश्त राशि जमा की जाती है जबकि RD में हर महीने एक निश्चित राशि जमा करनी होती है। FD में ब्याज आमतौर पर RD से थोड़ा अधिक होता है।

Q2. कौन-सी योजना ज्यादा ब्याज देती है – FD या RD?

उत्तर: आमतौर पर FD की ब्याज दर RD से थोड़ी अधिक होती है, क्योंकि इसमें एकमुश्त राशि जमा होती है और ब्याज कंपाउंड होता है।

Q3. क्या FD और RD पर टैक्स लगता है?

उत्तर: हां, दोनों पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है। यदि ब्याज ₹40,000 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000) से अधिक होता है, तो बैंक TDS काट सकता है।

Q4. क्या मैं दोनों योजनाओं में एक साथ निवेश कर सकता हूँ?

उत्तर: हां, आप चाहें तो FD और RD दोनों में एक साथ निवेश कर सकते हैं, यह आपकी बचत और लक्ष्यों पर निर्भर करता है।

Q5. क्या FD और RD को समय से पहले बंद किया जा सकता है?

उत्तर: हाँ, लेकिन समय से पहले तोड़ने पर पेनल्टी चार्ज लग सकता है और ब्याज दर कम हो सकती है।

Q6. टैक्स सेविंग के लिए कौन-सी योजना बेहतर है?

उत्तर: Tax Saving FD (5 साल की अवधि) टैक्स बचाने के लिए बेहतर विकल्प है। RD में कोई टैक्स छूट नहीं मिलती।

Q7. सीनियर सिटिज़न को ज्यादा ब्याज मिलता है क्या?

उत्तर: जी हां, ज़्यादातर बैंकों में वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से ऊपर) को FD और कभी-कभी RD पर भी अतिरिक्त ब्याज दर दी जाती है।

Q8. RD और FD के लिए न्यूनतम निवेश राशि कितनी है?

उत्तर: RD: ₹100 या बैंक की शर्तों के अनुसार

FD: ₹1000 या ₹5000 (बैंक के अनुसार अलग-अलग)

Q9. कौन सा निवेश छोटे उद्देश्यों के लिए अच्छा है?

उत्तर: अगर आप छोटे और नियमित बचत से कुछ वर्षों में एक फंड बनाना चाहते हैं तो RD सही है। FD लंबे समय के निवेश या टैक्स बचत के लिए अच्छा विकल्प है।

Q10. क्या ऑनलाइन RD और FD खुलवाना संभव है?

उत्तर: जी हां, लगभग सभी बैंक नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप के जरिए ऑनलाइन RD और FD खोलने की सुविधा देते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

FD और RD दोनों ही सुरक्षित निवेश विकल्प हैं, लेकिन आपका चयन आपकी फाइनेंशियल स्थिति, बचत की आदत और लक्ष्य पर निर्भर करता है। अगर आप हर महीने थोड़ी-थोड़ी बचत करना चाहते हैं तो RD बेहतर है, वहीं अगर आपके पास एकमुश्त राशि है तो FD ज्यादा फायदे का सौदा हो सकता है।

Disclaimer :

यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। निवेश से पहले अपने बैंक और वित्तीय सलाहकार से अवश्य सलाह लें। ब्याज दरें समय के अनुसार बदल सकती हैं।



Previous Post Next Post